पटना: अर्थशास्त्र में एक नियम हैं: ‘अगर अन्य बातें सामान्य रही तो ऐसा होने पर वैसा होगा” – यहाँ आपको स्पष्ट कर दूँ कि ”अगर नितीश कुमार रुसे नहीं तो” क्योंकि राजनीति में, खासकर बिहार की राजनीति में, 43-सीट जीतकर आने वाले जनता दाल (युनाइटेड) के मुखिया नितीश कुमार को चुकी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव से पूर्व यह घोषणा कर दिए थे की चुनाव के बाद भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (यदि अच्छे अंक प्राप्त करती है) के तरफ से नितीश कुमार ही प्रदेश के मुख्य मंत्री बनेंगे। बस क्या है !! चुनाव घोषणा पत्र की और बातें स्वीकार्य हो अथवा नहीं, नितीश कुमार अपने प्रदेश की प्रजा को सुरक्षित – सम्मानित – भूखमुक्त- स्वस्थ – शिक्षित जीवन देने वाली किसी बात पर खड़े उतरे अथवा नहीं, ‘वे ही मुख्य मंत्री बनेंगे’ – ज़िद पर उतरना स्वाभाविक है।
“गछलs काहे?” हमरा चाहे 3 आवे चाहे 43, यही करार हलई त मुख्य मंत्री त हमहीं बनबई, न त कुट्टी ।” कुट्टी करने में नितीश बाबू को महारथ प्राप्त है। वे ‘रूसने’ में भी पीएचडी प्राप्त किये हैं। तुनक मिज़ाजी हैं। अगर उनकी बात कोई नहीं माने तो यह पक्का है कि वे उसे अपने से मीलों दूर कर देंगे। सत्ता और कुर्सी के लिए वे “कुच्छो” कर सकते हैं।
अब 74 सीट लेन वाली भाजपा के मुखिया (पार्टी के मुखिया माननी जगत प्रकाश नड्डा जी तो महज कांग्रेस पार्टी की तरह रबर स्टाम्प हैं। लोगों का कहना है कि प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी और गृह मंत्री माननीय श्री अमित शाह जी उन्हें रबर स्टाम्प के रूप में रखे हैं। “हां” माने ‘हां”, और ‘ना’ मने ‘ना’ कहने, करने के लिए। वैसी स्थिति में बिहार की राजनीति में उनकी भूमिका ‘शून्य’ है।
जो भी हो। वर्तमान राजनीतिक स्थिति के मद्दे नजर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) विधानमंडल दल के नवनिर्वाचित नेता श्री नीतीश कुमार कलपुनः प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे । कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश कर लौटने के बाद यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राजग विधानमंडल दल के नेता के तौर पर उन्हें चुने जाने की जानकारी उन्होंने राज्यपाल को दी । राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया है । उन्होंने कहा कि कल शाम 4:00 से 4:30 के बीच राजभवन में वह मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे ।
कल पुनः मुख्य मंत्री बनना नितीश कुमार को बिहार में अब तक के सभी 23 मुख्य मंत्रियों में नंबर-1 मुख्य मंत्री बना देगा। नंबर-1 का अर्थ ‘सिर्फ समय से है, इसे कार्य से नहीं जोड़ें ‘। इससे पहले, भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की मौजूदगी में मुख्यमंत्री आवास-एक, अणे मार्ग पर राजग के घटक दलों की संयुक्त बैठक हुई। इस बैठक में कुमार के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के चुनाव प्रभारी देवेन्द्र फडणवीस, पार्टी के प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र यादव, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) नेता जीतन राम मांझी और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) पार्टी के नेता मुकेश सहनी शामिल हुए।
भाजपा के पर्यवेक्षक बनाये गए वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह पटना पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। इससे पहले भाजपा विधायक दल की बैठक को टाल दिया गया, जो सुबह 10 बजे होनी थी। मुख्यमंत्री आवास पर ही भाजपा विधायक दल की बैठक में कटिहार से नवनिर्वाचित विधायक तारकेश्वर प्रसाद को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है। वहीं रेणु देवी को उपनेता चुना गया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर श्री तारकिशोर प्रसाद को भाजपा विधान मंडल दल का नेता चुने जाने पर बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “तारकिशोर जी को भाजपा विधानमंडल का नेता सर्वसम्मति से चुने जाने पर कोटिशः बधाई !” श्री मोदी ने आगे ट्वीट में कहा, “भाजपा एवं संघ परिवार ने मुझे 40 वर्षों के राजनीतिक जीवन में इतना दिया कि शायद किसी दूसरे को नहीं मिला होगा।आगे भी जो ज़िम्मेवारी मिलेगी उसका निर्वहन करूँगा । कार्यकर्ता का पद तो कोई छीन नहीं सकता।”
भाजपा की ओर से अभी आधिकारिक तौर पर यह घोषणा नहीं की गई है कि श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनने जा रही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की नई सरकार में उपमुख्यमंत्री कौन होगा लेकिन श्री मोदी के ट्वीट से यह साफ हो गया है कि उनसे उपमुख्यमंत्री का पद छीन लिया गया है । आमतौर पर भाजपा विधानमंडल दल का नेता ही अब तक श्री नीतीश कुमार की सरकार में उपमुख्यमंत्री रहा है ।
बहरहाल, बैठक शुरू होने से पहले फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के नाम को लेकर पूछे गए सवाल का कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि कुछ देर धैर्य रखिए, सब कुछ साफ हो जाएगा। जदयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ कल (सोमवार) का दिन बेहद शुभ है।’’ भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री प्रेम कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि वह उपमुख्यमंत्री पद के लिये कोई दावेदारी पेश नहीं कर रहे हैं और उन्हें जो भी दायित्व दिया जायेगा, वह उसे पूरा करेंगे ।