नई दिल्ली / बनारस : इधर ब्रह्माण्ड में दिन और रात बराबर हुआ, यानि इक्वीनॉक्स का समय आया, देश में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ गई। पूर्व-राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद देश में साथ-साथ निर्वाचन कराने से संबंधित मुद्दे की जांच करने और उस पर सिफारिशें करने के लिए गठित उच्च-स्तरीय समिति की बैठक की शुरुआत किये। उधर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वैसे प्रभावित तो मध्य प्रदेश के शहडोल के आदिवासी गाँव में प्रभावित हुए, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैदान का शिलान्यास किये।मंच पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ उपस्थित थे।
सरकारी सूत्र के अनुसार 2 सितंबर 2023 की अधिसूचना के माध्यम गठित उच्च-स्तरीय समिति में आज राम नाथ कोविंद अपनी प्रारम्भिक बैठक आयोजित की। श्री अमित शाह, भारत के गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री, श्री अर्जुन राम मेघवाल, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विधि और न्याय मंत्रालय, श्री गुलाम नबी आज़ाद, पूर्व नेता विपक्ष, राज्यसभा, श्री एन.के. सिंह, पूर्व अध्यक्ष, 15वां वित्त आयोग, डॉ. सुभाष सी. कश्यप, पूर्व महासचिव, लोकसभा, श्री संजय कोठारी, पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त ने बैठक में भाग लिया। श्री हरीश साल्वे, वरिष्ठ अधिवक्ता बैठक में आभासी रूप से शामिल हुए। श्री अधीर रंजन चौधरी, विपक्ष में सबसे बड़ी एकल पार्टी के नेता बैठक में उपस्थित नहीं थे। उच्च स्तरीय समिति के सदस्यों का स्वागत करते हुए समिति के अध्यक्ष, श्री राम नाथ कोविन्द ने बैठक के एजेंडे की रूपरेखा बतायी।
समिति के कामकाज के तौर-तरीकों की रूपरेखा बताते हुए समिति ने निर्णय लिया कि समिति देश में साथ-साथ निर्वाचन के मुद्दे पर सुझाव/विचार मांगने के लिए मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टियों, राज्यों की सत्ताधारी राजनीतिक पार्टियों, संसद में प्रतिनिधित्व रखने वाली राजनीतिक पार्टियों, अन्य मान्यता प्राप्त राज्य राजनीतिक पार्टियों को आमंत्रित करेगी। इसके अतिरिक्त, समिति देश में साथ-साथ निर्वाचन के मुद्दे पर सुझाव/दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए भारत के विधि आयोग को भी आमंत्रित करेगी।
उधर, बनारस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज एक इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखी गई है। ये स्टेडियम ना सिर्फ वाराणसी, बल्कि पूर्वांचल के युवाओं के लिए एक वरदान जैसा होगा। ये स्टेडियम जब बनकर तैयार हो जाएगा, तो इसमें एक साथ 30 हजार से ज्यादा लोग बैठकर के मैच देख पाएंगे। और मैं जानता हूं, जब से इस स्टेडियम की तस्वीरें बाहर आई हैं, हर काशीवासी गदगद हो गया है। महादेव की नगरी में ये स्टेडियम, उसकी डिजाइन, स्वयं महादेव को ही समर्पित है। इसमें क्रिकेट के एक से बढ़कर एक मैच होंगे, इसमें आसपास के युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम में ट्रेनिंग का मौका मिलेगा। और इसका बहुत बड़ा लाभ मेरी काशी को होगा।
मोदी ने कहा: “पिछले 1-2 महीने पहले, मैं मध्यप्रदेश का एक आदिवासी इलाका शहडोल के आदिवासी गांव में गया था, वहां मुझे कुछ नौजवानों से मिलने का अवसर मिला और मैं सचमुच में वहां का दृश्य और उनकी बातें सुनकर के इतना प्रभावित हुआ, उन युवकों ने मुझे कहा कि ये तो हमारा मिनी ब्राजील है, मैंने कहा भई तुम मिनी ब्राजील कैसे बन गए हो, बोले हमारे यहां हर घर में फुटबॉल का खिलाड़ी है और कुछ लोगों ने मुझे कहा कि मेरे परिवार में तीन-तीन पीढ़ी राष्ट्रीय फुलबॉल खिलाड़ी रही है। एक खिलाड़ी रिटायर होने के बाद, उसने वहां अपनी जान लगा दी। और आज हर पीढ़ी का व्यक्ति आपको वहां फुटबॉल खेलता नजर आएगा। और वो कहते कि हमारा जब वार्षिक कार्यक्रम होता है तो कोई घर में आपको नहीं मिलेगा इस पूरे इलाके के सैकड़ों गांव और लाखों की तादाद में लोग 2-2, 4-4 दिन मैदान में डटे रहते हैं। ये संस्कृति, उसे सुनकर के, देखकर के, देश के उज्ज्वल भविष्य का विश्वास मेरा बढ़ जाता है। और काशी का सांसद होने के नाते, मैं यहां आए बदलावों का भी साक्षी बना हूं। सांसद खेल प्रतियोगिता के दौरान जो उत्साह यहां रहता है, उसकी जानकारी मुझे लगातार पहुंचती रहती है।”
प्रधानमंत्री आगे कहते हैं: “काशी के युवा, स्पोर्ट्स की दुनिया में अपना नाम कमाएं, मेरी यही कामना है। इसलिए हमारा प्रयास वाराणसी के युवाओं को उच्च स्तरीय खेल सुविधाएं देने का है। इसी सोच के साथ इस नए स्टेडियम के साथ ही सिगरा स्टेडियम पर भी करीब 400 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। सिगरा स्टेडियम में 50 से अधिक खेलों के लिए, जरूरी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। और इसकी एक और खास बात है। ये देश का पहला बहुस्तरीय स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स होगा जो दिव्यांगजनों को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। इसे भी बहुत जल्दी ही काशीवासियों को समर्पित किया जाएगा। बड़ालालपुर उसमें बना सिंथेटिक ट्रैक हो, सिंथेटिक बास्केट बाल कोर्ट हो, अलग-अलग अखाड़ों को प्रोत्साहन देना हो, हम नया निर्माण तो कर ही रहे हैं, पर शहर की पुरानी व्यवस्थाओं को भी सुधार रहे हैं।”
काश !!! भारत के संसद के अन्य सांसद प्रधानमंत्री जैसा सोच रखते !!!!
प्रधान मंत्री इस बात को स्वीकारते हैं कि “भारत के गांव-गांव में, कोने-कोने में खेल प्रतिभाएं मौजूद है, खेलों के महारथी मौजूद हैं। जरूरी है इन्हें तलाशना और इन्हें तराशना। आज छोटे से छोटे गांवों से निकले युवा, पूरे देश की शान बने हुए हैं। ये उदाहरण बताते हैं कि हमारे छोटे शहरों के खिलाड़ियों में कितना टैलेंट है, कितनी प्रतिभा है। हमें इस टैलेंट को ज्यादा से ज्यादा अवसर देने हैं। इसलिए खेलो इंडिया अभियान से आज बहुत कम उम्र में ही देश के कोने-कोने में टैलेंट की पहचान की जा रही है। खिलाड़ियों की पहचान करके उन्हें इंटरनेशनल लेवल का एथलीट बनाने के लिए सरकार हर कदम उठा रही है। आज इस कार्यक्रम में बहुत से दिग्गज खिलाड़ी हमारे बीच विशेष तौर पर पधारे हैं, स्पोर्ट्स की दुनिया में उन्होंने देश का नाम रोशन किया है। काशी से ये स्नेह दिखाने के लिए मैं उन सबका विशेष रूप से आभार व्यक्त करता हूँ।”
मोदी का कहना है कि बनारस का ये इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम इस डिमांड को पूरा करेगा, पूरे पूर्वांचल का चमकता हुआ ये सितारा बनने वाला है। यूपी का ये पहला स्टेडियम होगा जिसके निर्माण में BCCI का भी बहुत सहयोग होगा। मैं BCCI के पदाधिकारियों का काशी का MP होने के नाते, यहां का सांसद होने के नाते मैं आप सबका हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ। उन्होंने कहा कि सरकार गांव-गांव में जो आधुनिक खेल के इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रही है, उससे गांव के, छोटे कस्बों के खिलाड़ियों को भी नए मौके मिलेंगे। पहले बेहतर स्टेडियम, सिर्फ दिल्ली-मुंबई-कोलाकाता-चेन्नई ऐसे बड़े शहरों में ही उपलब्ध थे। अब देश के हर कोने में, देश के दूर-सुदूर इलाकों में भी, खिलाड़ियों को ये सुविधाएं देने की कोशिश हो रही है। मुझे खुशी है कि खेलो इंडिया प्रोग्राम के तहत जो स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया जा रहा है, उसका बहुत अधिक लाभ हमारी बेटियों को हो रहा है। अब बेटियों को खेलने के लिए, ट्रेनिंग के लिए घर से ज्यादा दूर जाने की मजबूरी कम हो रही है।