इन्दिरापुरम संत थॉमस स्कूल की मीमांसा जोशी 10वीं कॉमनवेल्थ कराटे चैंपियनशिप में कांस्य पदक प्राप्त कर भारत का नाम गौरवान्वित की

सबसे दाहिने स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया के कार्यकारी निदेशक एम.एस वर्गीज, विजेता सुश्री मीमांसा जोशी, चेयरमैन रेव. फादर साजि अब्राहम, भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और गाजियाबाद के यातायात पुलिस अधीक्षक  रामानंद कुशवाहा, प्रिंसिपल वी के कोरियाकोज (पीछे) और अन्य गणमान्य व्यक्ति - विजेता को लैपटॉप प्रदान करते हुए 

गाजियाबाद (इंदिरापुरम), सितंबर 16: स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया (साई) के कार्यकारी निदेशक एम.एस वर्गीज ने कहा कि ‘साई’ के वित्तीय सहायता के बिना भी आज भारत के दूर-दरस्त इलाकों के खिलाड़ी वैश्विक-स्तर पर अपने प्रतिभा का पंचम लहरा रहे हैं तथा देश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने यह स्वीकार किया कि खेल के दृष्टिकोण से ऐसी असमानता तर्क-संगत नहीं है। लेकिन ‘साई’ एक संस्था है और यह सरकार के नियमों के अधीन कार्य करता है। 

कार्यकारी निदेशक एम.एस वर्गीज का यह भी मानना था कि भारत सरकार को, खेल के क्षेत्र के सभी संस्थाओं को, खेल मंत्रालय को और ‘साई’ को इस दिशा में पहल करनी चाहिए ताकि देश के सभी स्तर के खिलाड़ी, जिनमें प्रतिभा है, जोश है और राष्ट्र का नाम वैश्विक स्तर पर पंचम लहराने के क्षमता है; उन्हें भी सभी प्रकार की आर्थिक सहायता करनी चाहिए जो अन्य ‘स्पोन्सर्डस’ खिलाड़ियों को मिलता है। 

विद्यालय परिसर में आती विजेता सुश्री मीमांसा जोशी

उन्होंने कहा कि आज के युवाओं में, युवतियों में वे सभी क्षमता हैं जिससे अपने नाम ऊँचा करने के साथ-साथ, परिवार, समाज, प्रदेश और राष्ट्र के नाम का पंचम लहरा सकें। हाँ, इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि आज समाज में बहुत सारे खिलाड़ी अब्बल होने के वावजूद, आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण रास्ते में ही गुमनाम हो जाते हैं। 

चेयरमैन रेव. फादर साजि अब्राहम से आशीर्वाद लेती सुश्री मीमांसा जोशी

गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित संत थॉमस स्कुल की 11 वीं कक्षा के छात्रा सुश्री मीमांसा जोशी, जिन्होंने ब्रिटेन के बर्मिंघम में आयोजित 10वीं कॉमनवेल्थ कराटे चैंपियनशिप में कांस्य पदक और  कॉमनवेल्थ कराटे क्लब चैंपियनशिप में चांदी पदक प्राप्त कर भारत का नाम गौरवान्वित की है, को सम्मानित करते हुए कार्यकारी निदेशक एम.एस वर्गीज ने कहा: “आप जिस उम्र में वैश्विक स्तर पर भारत का नाम, अपने परिवार का नाम, अपने स्कूल का नाम गौरवान्वित किया है, आप अपनी पीढ़ी के बच्चों, बच्चियों के लिए एक मिशाल हैं। हमें दुःख है कि आपकी इस कठिन यात्रा में सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिली और सम्पूर्ण वित्तीय भार आपके माता-पिता को उठाना पड़ा; परन्तु हमारी कोशिश होगी कि आने वाले समय में किसी अन्य लड़कियों को, खिलाड़ियों को ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़े और सरकार इस दिशा में पहल करे। 

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इस अवसर पर भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और गाजियाबाद के यातायात पुलिस अधीक्षक  रामानंद कुशवाहा ने कहा: “हमारे समय में खेल कूद का उतना महत्व नहीं था। बड़े-वुजूर्ग कहते भी थे कि खेलने-कूदने से विद्यार्थी ख़राब हो जाता है। पढ़ने पर विशेष बल देने को कहा जाता था। लेकिन आज समय बदल गया है। आज खेलकूद में अव्वल आने से भी एक व्यक्ति अथवा महिला अपने जीवन की सम्पूर्ण ऊंचाई को प्राप्त कर सकती है।  वह अपने नाम के साथ-साथ परिवार और राष्ट्र का नाम भी ऊँचा कर सकता है।”

अपने घर से कॉमनवेल्थ गेम की यात्रा और फिर पदक की प्राप्ति को बताती सुश्री मीमांसा जोशी

कुशवाहा ने कहा कि “मीमांसा अपनी पीढ़ी के बच्चों के लिए, खासकर जो खेलकूद में विशेष दिलचश्पी रखते हैं, एक दृष्टान्त है। आज समय आ गया है कि परिवार के साथ साथ, समाज, शैक्षणिक संस्थाएं सभी मिलकर ऐसे प्रतिभाओं की खोज करें और उसे वह सभी प्रकार के अवसर प्रदान करें जिससे वह समाज और राष्ट्र का नाम ऊँचा कर सके।” 

कुशवाहा ने कहा कि मीमांसा इन पदकों को जीतकर न केवल अपने स्कूल, बल्कि अपने जिला गाजियाबाद और देश का नाम रोशन की है। विगत दिनों के इतिहास में शायद यह पहला अवसर होगा जब इस क्षेत्र की छात्रा विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में भारत का नाम विख्यात की है।  

संत थॉमस, इंदिरापुरम के मुख्य द्वार पर अपनी विजेता छात्रा का स्वागत करने के लिए खड़े चेयरमैन रेव. फादर साजि अब्राहम

10वीं कॉमनवेल्थ कराटे चैंपियनशिप ब्रिटेन के बर्मिंघम में आयोजित की गई थी, जिसमें कुलीन वर्ग में20 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले 500 खिलाड़ियों और क्लब इवेंट्स में 1400 खिलाड़ियों की भारी भागीदारी थी।यह राष्ट्रमंडल खेलों द्वारा स्वीकृत पहली सफल चैंपियनशिप थी। मीमांसा जोशी की माता-पिता भी इस अवसर पर उपस्थित थी। 

गौरवान्वित विजेता और उसके परिवार की अगवानी स्कूल के गेट पर चेयरमैन रेव फादर साजी अब्राहम, प्रिंसिपल वी के कोरियाकोज, हेड मिस्ट्रेस रेचल रेज्जी, अकादमिक समन्वयक, शैक्षिक और गैर-शैक्षिक कर्मचारी ने किया। विद्यालय परिसर में एनसीसी कैडेटों का एक विशाल समूह अपने वरिष्ठ छात्र का स्वागत किया।

इस अवसर पर चेयरमैन रेव फादर साजी अब्राहम बहुत ही भावुक शब्दों में अपनी छात्रा का स्वागत किया। उनका मानना था कि संत थॉमस विद्यालय के इतिहास में शायद यह पहला अवसर है जब इस विद्यालय की छात्रा वैश्विक स्तर पर खिताब जीतकर अपने परिवार के साथ साथ अपने विद्यालय, अपने सहपाठियों, शिक्षकों का नाम रौशन किया है। फादर साजी अब्राहम ने कहा कि जब तक यह इस विद्यालय की छात्रा है, इसे सभी प्रकार के शुल्कों से मुक्ति दी जाती है। फादर साजी अब्राहम मीमांशा को एक लैपटॉप भी उपहार दिया।  प्रिंसिपल वी के कोरियाकोज वोट ऑफ़ थैंक्स दिए। 

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सुश्री मीमांसा जोशी

बहरहाल, आने वाले दिनों में विजय छात्रा सुश्री मीमांशा जोशी को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ जोगी, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और अन्य गणमान्य महानुभावों से मिलने की आशा है।  

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