मोदी ‘क्षणपल’ में ‘अंगिका’ सीख गए, देवेगौड़ा 324-दिनों’ में भी ‘हिन्दी’ नहीं सीख सके – “प्रणाम करै छियौन मोदीजी !!!

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 

भागलपुर में ‘अंगिका’ भाषा में भाषण देना मजाक बात नहीं है। भाषण और शब्द चाहे जिनके हों, जिन्होंने भी प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए ‘अंगिका भाषा’ में ‘भाषण’ की शुरुआत करने को कहा हो, शब्दों का चयन किया हो, शब्दों का विन्यास किया हो, जिन्होंने भी मोदी को “अंगिका भाषा” के माध्यम से भागलपुर के मतदाताओं का “नब्ज” पकड़ने का मार्ग सुझाये हों, वे धन्यवाद के पात्र हैं –  “प्रणाम करै छियौन !!!”

धन्यवाद के पात्र इसलिए हैं कि आज से कोई 24 -साल पहले 1996-1997 भारत के 11 वे प्रधान मंत्री के रूप में एच डी दवे गौड़ा साहेब प्रधान मंत्री का शपथ लिए। वे 324-दिन प्रधान मन्त्री की कुर्सी पर बैठे, यानि 1 जून 1996 से 21 अप्रैल 1997 तक।  इन 324-दिनों में वे प्रधान मंत्री होने के बाद भी वे “हिन्दी भाषा” सीखते रहे। क ख ग घ सीख लिए थे। जब तक पूरा वर्णमाला, स्वर, व्यंजन सिख पाते, इन्द्रकुमार गुजराल साहेब दफ्तर में धमक गए। 

आज मुद्दत बाद (सम्भवतः पहली बार) देश का कोई प्रधान मंत्री, अंगिका भाषा में भागलपुर के मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने के लिए निवेदन किया है। इससे पहले बिहार के मुख्य मंत्री भगवत झा ‘आज़ाद’ भी ‘अंगिका भाषा’ में बतियाते थे। लेकिन ‘आज़ाद’ साहेब का ‘अंगिका भाषा में बोलना उतना ‘कर्णप्रिय’ नहीं लगा था, जितना ‘एक गुजराती’ ‘अंगिका भाषा’ में जनसभा को सम्वोधित किये। 

खैर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव में जनता को मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) एवं कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के चयन में सावधान रहने की नसीहत देते हुए कहा कि यह प्रदेश भ्रष्टाचार से मुक्त होने का हकदार है लेकिन इसे सुनिश्चित कौन करेगा, भ्रष्टाचार में लिप्त होकर केवल परिवार की तिजोरी भरने वाले लोग या भ्रष्टाचारियों से लड़ने वाला। 

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आओ मोदीजी को देखें, सुने 
आओ मोदीजी को देखें, सुने 

मोदी आज भागलपुर में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवारों के पक्ष में आयोजित चुनावी जनसभा में संबोधन की शुरुआत अंगिका भाषा में की और कहा, “भाई-बहिन सब, हम्मे दानवीर कर्ण के ई चंपानगरी आरो मंदार पर्वत, बाबा बासुकीनाथ, बाबा अजगैबी नाथ, श्रृंगी ऋषि के ई पवित्र भूमि के प्रणाम करै छियौन।” उन्होंने राज्य की जनता से पूछा कि बिहार वह स्थान है, जहां लोकतंत्र के बीज बोए गए थे क्या जंगलराज में कभी भी विकास और लोकतंत्र के मूल्य फल-फूल सकते हैं।

श्री मोदी ने सवाल किया कि बिहार भ्रष्टाचार से मुक्त होने का हकदार है लेकिन इसे कौन सुनिश्चित करेगा, खुद भ्रष्टाचार में लिप्त लोग या भ्रष्टाचारियों से लड़ने वाले लोग। बिहार विकास का हकदार है लेकिन इसे कौन सुनिश्चित करेगा, वह जिन्होंने केवल अपने परिवार का विकास किया या वह जिन्होंने लोगों की सेवा में अपना परिवार तक भूल गए। बिहार रोजगार और उद्यमिता का हकदार है। यह कौन सुनिश्चित कर सकता है, वह जो सरकारी नौकरी देने को रिश्वत कमाने का जरिया मानते है या जो लोग बिहार के ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बेहतर बनाने का काम कर रहे है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार निवेश का हकदार है लेकिन यह कौन सुनिश्चित करेगा, वह जिन्होंने बिहार को जंगलराज बना दिया या जो लोग बिहार को सुशासन दे रहे हैं और उसके विकास में जी-जान से जुटे हैं। बिहार बेहतर कानून-व्यवस्था का हकदार है, यह कौन सुनिश्चित करेगा वह जिसने गुंडों को खिलाया-पिलाया और पाला या वह जिन्होंने गुंडो पर डंडे चलाये। बिहार अच्छी शिक्षा व्यवस्था का भी हकदार है, क्या यह उन लोगों द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा जिन्हें शिक्षा का महत्व ही नहीं पता या वह लोग जो राज्य में भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आईआईटी), भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) लाने के लिए चौबीस घंटे काम कर रहे हैं।

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इधर, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि इस संकट के समय में बिहार में 19 लाख नौकरी देने का झूठा वादा कर भाजपा युवाओं को गुमराह कर रही है। श्री गांधी ने नवादा और भागलपुर जिले में महागठबंधन उम्मीदवारों के पक्ष में शुक्रवार को आयोजित चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और बिहार की नीतीश सरकार ने बड़े पैमाने पर देश और राज्य की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। ऐसे में युवाओं को रोजगार दे पाना संभव हीं नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी से पूछा जाना चाहिए कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के समय हर वर्ष दो करोड़ युवाओं को नौकरी देने के उनके वादे का क्या हुआ।  

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के युवक एवं युवतियों के लिए कुछ भी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि यदि राजग बिहार में फिर से सरकार बनने के बाद 19 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा कर रहा है तो उससे पूछा जाना चाहिए कि तब वह इतनों दिनों से क्या कर रहा था ।  श्री गांधी ने कहा कि श्री मोदी और श्री कुमार ने आज तक जनता के लिए नहीं बल्कि कुछ चुने हुए वर्ग के लोगों के लिए ही काम किया है। श्री मोदी को कभी भी किसान, युवा और गरीबों की चिंता नहीं रही। श्री मोदी ने हमेशा मुकेश अंबानी और अडाणी जैसे उद्योगपतियों के लिए कमा किया है। देश के हवाइअड्डे, रेलवे एवं अन्य सार्वजनिक संपत्तियां अंबानी और अडाणी को बेचा जा रहा है।   

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