तुम सच कह रहे थे “आर्गुमेंट में मजा नहीं आ रहा था”: अरुण जेटली, जो अब नहीं रहे, ‘कहा-सुना माफ़’ करना भाई !!

अरुण जेटली:
अरुण जेटली: "कहा सुना माफ़ करना भाई !!

नई दिल्ली: कोई 22 साल पहले दिल्ली उच्च न्यायालय के कोर्ट नंबर 3 में डी टी एच का मुकदमा चल रहा था। उस समय मैं दी इन्डियन एक्सप्रेस अखबार में कोर्ट-बीट पर कार्य करता था। कचहरी में पक्ष-विपक्ष की बातों को अपनी डायरी पर लिख रहा था। अरुण जेटली भी अपना दलील दे रहे थे डी टी एच के खिलाफ।

उन दिनों कोर्ट संवाददाताओं में बहुत एकता थी। मैं जज साहेब के ठीक सामने दीवार का सहारा लिए खड़ा था। जेटली साहेब, जज साहेब के अलावे, कोर्ट रूम में उपस्थित सभी वकीलों, संवाददाताओं को देखते थे। लिखने के क्रम में उनकी नजर मुझपर अटक गयी। मैं ईशारे में कहा: “कहानी नहीं बन रही है”, वे समझ गए। कुछ मिनटों बाद उस केस की अगली तारीख सुनिश्चित हो गयी। सभी बाहर निकल रहे थे और वे मेरे तरफ आये और कान में बोले: “चैम्बर चले जाओ। मैं आ रहा हूँ।”

कुछ पल बाद बाहर के लोगों से फुर्सत लेकर चैम्बर में आये, बैठे और कहते हैं: “शिवनाथ, मैं भी सोच रहा था आर्गुमेंट में मजा नहीं आ रहा है और तुम ईशारा कर दिए।” फिर अपने छोटे से चैम्बर के बाएं आलमीरा में रखा फाईल का बण्डल उतारे और पांच पन्ना निकालकर बोले: “कल वापस लेते आना। और हाँ, इसे शेयर नहीं करना।” दूसरे, तीसरे और चौथे दिन इण्डियन एक्सप्रेस के प्रथम पृष्ठ पर छः कॉलम की कहानी बाईलाइन के साथ। आप बहुत बेहतर इन्शान थें जेटली साहेब। आप बहुत याद आएंगे।

पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता​ अरुण जेटली का 66 साल की उम्र में निधन हो ​गया। उनको बीते 9 अगस्त को दिल्ली के एम्स में भर्ती करवाया गया ​था। उस समय उनको सांस लेने में तकलीफ हो रही ​थी। लेकिन अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनकी हालत लगातार बिगड़ती चली ​गई। कुछ साल पहले ही उनकी बैरियाट्रिक सर्जरी की गई ​थी। उनका बीते गुरुवार को डायलसिस किया गया ​था।

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​बहरहाल, ​भाजपा के कद्दावर नेता अरुण जेटली के चले जाने की खबर सुनते ही राजनीतिक खेमे में गम के बादल छा गए हैं और तमाम नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें कद्दावर बुद्धिजीवी बताया। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘जेटली जीवन से परिपूर्ण, प्रबुद्ध, हास्य-विनोद से परिपूर्ण और करिश्माई शख्सियत थे, उनके जाने से मैंने एक मूल्यवान मित्र खो दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जेटली एक बहुआयामी व्यक्तित्व वाले, संविधान, इतिहास, लोक नीति, शासन और प्रशासन के प्रखर ज्ञाता थे।’’

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं गृह मंत्री अमित शाह ने जेटली के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए इसे व्यक्तिगत क्षति बताया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अरुण जेटली जी के निधन से अत्यंत दुखी हूं, जेटली जी का जाना मेरे लिये एक व्यक्तिगत क्षति है। उनके रूप में मैंने ना सिर्फ संगठन का एक वरिष्ठ नेता खोया है बल्कि परिवार का एक ऐसा अभिन्न सदस्य भी खोया है जिनका साथ और मार्गदर्शन मुझे वर्षों तक प्राप्त होता रहा।’’

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा, ‘‘जेटली जी को अर्थव्यवस्था को निराशा के दौर से बाहर निकालने और वापस पटरी पर लाने के लिए हमेशा याद किया जाएगा। भाजपा में अरुण जी की कमी हमेशा खलेगी। मैं उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।’’

महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ‘‘एक कद्दावर नेता जिन्होंने हमेशा अभावग्रस्त लोगों की मदद की…बेमिसाल वक्ता, कानून विशेषज्ञ अरुण जेटली जी ने पूरी ईमानदारी एवं जोश के साथ देश और संगठन की सेवा की। मैं उन्हें श्रद्धांजलि देती हूं। उनके प्रियजनों को संवेदनाएं। ओम शांति।’’

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कांग्रेस ने कहा, ‘‘हमें अरुण जेटली जी के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ है। दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थना उनके परिवार के साथ हैं।’’

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी जेटली के असमय निधन पर शोक व्यक्त करते हुए इसे देश के लिए बड़ी क्षति बताया।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘पूर्व वित्त मंत्री एवं वरिष्ठ नेता श्री अरुण जेटली का असमय निधन देश के लिए एक बड़ी क्षति है। कानून विशेषज्ञ और एक अनुभवी राजनेता, जिन्हें उनके शासन कौशल के लिए पहचाना जाता था, देश उन्हें याद करेगा। दुख की इस घड़ी में हमारी संवेदनाएं एवं प्रार्थना उनके परिवार के साथ हैं।’’

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘अरुण जेटली जी के निधन से बेहद दुखी हूं। एक बेहतरीन सांसद एवं बेमिसाल वकील, सभी दल उनका सम्मान करते थे। भारतीय राजनीति में उनके योगदान को याद किया जाएगा। उनकी पत्नी, बच्चों, दोस्तों और प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।’’

पूर्व केन्द्रीय मंत्री मंत्री को कई सप्ताह से एम्स में इलाज चल रहा था, जहां उन्होंने आज शनिवार दोपहर 12 बजकर सात मिनट पर आखिरी सांस ली। वह 66 वर्ष के थे।

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