देवघर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को झारखंड के लिए देवघर में हवाई अड्डे सहित कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास करते हुए कहा कि इन नई परियोजनाओं से पूर्वी भारत का विकास होगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में रेल, सड़क, हवाई मार्ग के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का प्रयास पिछले आठ वर्ष से किया जा रहा है. उनका मानना है कि नए हवाई अड्डे से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हम काफी समय से देवघर हवाई अड्डे का सपना देख रहे थे। इससे रोजगार को बढ़ावा मिलेगा और नए अवसर भी पैदा होंगे। मैं झारखंड के लोगों को बधाई देता हूं। इन नई परियोजनाओं से बिहार और पश्चिम बंगाल को भी फायदा होगा।”
प्रधान मंत्री ने कहा कि बाबा धाम आकर हर किसी का मन प्रसन्न हो जाता है। आज हम सभी को देवघर से झारखंड के विकास को गति देने का सौभाग्य मिला है। बाबा वैद्यनाथ के आशीर्वाद से आज 16 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट्स का लो कार्पण और शिलान्यास हुआ है। इनसे झारखंड के आधुनिक कनेक्टिविटी, ऊर्जा, स्वास्थ्य, आस्था और पर्यटन को बहुत अधिक बल मिलने वाला है। हम सभी ने देवघर एयरपोर्ट को और देवघर एम्स, इसका सपना लंबे समय से देखा है। ये सपना भी अब साकार हो रहा है। इस अवसर पर झारखंड के गवर्नर श्री रमेश बैस, मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन, केंद्रीय मंत्रिमंडल के श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी, झारखंड सरकार के मंत्रीगण आदि भी उपस्थित थे।

प्रधान मंत्री ने कहा कि इन प्रोजेक्ट्स से झारखंड के लाखों लोगों का जीवन तो आसान होगा ही, व्यापार-कारोबार के लिए, टूरिज्म के लिए, रोज़गार-स्वरोज़गार के लिए भी अनेक नए अवसर बनेंगे। उन्होंने कहा कि ये झारखंड में भले शुरू हो रहे हैं लेकिन इनसे झारखंड के अलावा बिहार और पश्चिम बंगाल के भी अनेक क्षेत्रों को सीधा लाभ होगा।
प्रधान मंत्री ने कहा कि राज्यों के विकास से राष्ट्र का विकास, देश पिछले 8 वर्षों से इसी सोच के साथ काम कर रहा है। पिछले 8 वर्षों में highways, railways, airways, waterways, हर प्रकार से झारखंड को कनेक्ट करने के प्रयास में भी यही सोच, यही भावना सर्वोपरि रही है। आज जिन 13 हाईवे प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है, उनसे झारखंड की बिहार और पश्चिम बंगाल के साथ-साथ बाकी देश के साथ भी कनेक्टिविटी मजबूत होगी। मिर्जाचौकी से फरक्का के बीच जो फोरलेन हाईवे बन रहा है, उससे पूरा संथाल परगना को आधुनिक सुविधा मिलने वाली है। रांची-जमशेदपुर हाईवे से अब राजधानी और इंडस्ट्रियल सिटी के बीच यात्रा का समय और ट्रांसपोर्ट के खर्च, दोनों में बहुत कमी आएगी।पाल्मा गुमला सेक्शन से छत्तीसगढ़ तक वहां पहुंच बेहतर होगी, पारादीप पोर्ट और हल्दिया से पेट्रोलियम पदार्थों को झारखंड लाना भी और आसान हो जायेगा, सस्ता हो जायेगा। रेल नेटवर्क में भी जो आज विस्तार हुआ है उससे पूरे क्षेत्र में नई ट्रेनों के लिए रास्ते खुले हैं, रेल ट्रांसपोर्ट और तेज़ होने का मार्ग बना है। इन सभी सुविधाओं का सकारात्मक असर झारखंड के औद्योगिक विकास पर पड़ेगा।

प्रधान मंत्री ने कहा कि उन्हें चार साल पहले देवघर एयरपोर्ट का शिलान्यास करने का अवसर मिला था। कोरोना की मुश्किलों के बावजूद इस पर तेज़ी से काम हुआ और आज झारखंड को दूसरा एयरपोर्ट मिल रहा है। देवघर एयरपोर्ट से हर साल लगभग 5 लाख यात्रियों की आवाजाही हो पाएगी।
प्रधान मंत्री ने कहा कि “अभी ज्योतिरादित्य जी कह रहे थे हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई यात्रा का आनंद उठा सके, इसी सोच के साथ हमारी सरकार ने उड़ान योजना की शुरुआत की थी। आज सरकार के प्रयासों का लाभ पूरे देश में दिख रहा है। उड़ान योजना के तहत पिछले 5-6 सालों में लगभग 70 से ज्यादा नए स्थानों को एयरपोर्ट्स, हेलीपोर्ट्स और वॉटर एयरोडोम्स के साथ उसके माध्यम से जोड़ा गया है। 400 से ज्यादा नए रूट्स पर आज सामान्य से सामान्य नागरिक को हवाई यात्रा की सुविधा मिल रही है। उड़ान योजना के तहत अभी तक 1 करोड़ यात्रियों ने बहुत कम मूल्य पर हवाई यात्रा की है। इनमें से लाखों ऐसे हैं जिन्होंने पहली बार एयरपोर्ट देखा, पहली बार हवाई जहाज पर चढ़े। कहीं आने-जाने के लिए कभी बस और रेलवे पर निर्भर रहने वाले मेरे गरीब और मध्यम वर्ग के भाई-बहन, अब कुर्सी की पेटी बांधना, ये भी उन्होंने सीख लिया है। मुझे खुशी है कि आज देवघर से कोलकाता के लिए फ्लाइट शुरु हो चुकी है। रांची, पटना और दिल्ली के लिए भी जल्द से जल्द फ्लाइट्स शुरु हों, इसके लिए भी प्रयास चल रहे हैं। देवघर के बाद, बोकारो और दुमका में भी एयरपोर्ट्स के निर्माण पर काम चल रहा है। यानि झारखंड में आने वाले समय में कनेक्टिविटी निरंतर और बेहतर होने वाली है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 8 वर्ष में झारखंड को सबसे बड़ा लाभ गैस आधारित अर्थव्यवस्था की तरफ बढ़ते देश के प्रयासों का भी हुआ है। जिस प्रकार का इंफ्रास्ट्रक्चर पूर्वी भारत में था, उसके चलते गैस आधारित जीवन और उद्योग, यहां असंभव माना जाता था। लेकिन प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना, पुरानी तस्वीर को बदल रही है। हम अभावों को अवसरों में बदलने पर अनेक नए ऐतिहासिक निर्णय कर रहे हैं। आज बोकारो-आंगुल सेक्शन के उद्घाटन से झारखंड और ओडिशा के 11 जिलों में सिटी गैस डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क को विस्तार मिलेगा। इससे घरों में पाइप से सस्ती गैस तो मिलेगी ही, CNG आधारित यातायात को, बिजली, फर्टिलाइज़र, स्टील, फूड प्रोसेसिंग, कोल्ड स्टोरेज एैसे अनेक उद्योगों को भी गति मिलने वाली है।