काँग्रेस और बीजेपी में कोई बड़ा फर्क नहीं है, किंतु मैं काँग्रेस को चुनूँगा क्योंकि ….

राजेश पटेल द्वारा उमरिया (मध्य प्रदेश) से

उमरिया (मध्यप्रदेश) : मैं मानता हूँ कि काँग्रेस और बीजेपी में कोई खास बड़ा फर्क नहीं है किंतु अगर फिर भी अगर इन दोनों में से मुझे एक को चुनना हो तो मैं काँग्रेस को ही चुनूँगा। ऐसा इसलिए नहीं कि बीजेपी में अच्छे लोग नहीं है या फिर काँग्रेस बहुत अच्छी पार्टी है बल्कि ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी के बहुतायत समर्थक असभ्य,बेहूदे और गालीबाज हैं।

काँग्रेस में भी गालीबाज बदतमीज लोग हैं किंतु उनकी संख्या अपेक्षाकृत काफी कम है। मैं देखता हूँ कि टीवी डिबेट से लेकर सोशल मीडिया में जितनी भी गंदगी आई है,वो सब इन्हीं लोगों ने फैलाई है। ये लोग उस मूर्ख की भांति हैं जो एक सभ्य परिवार में आकर कलह उत्पन्न कर देते हैं।

मोदी के लाखों समर्थक जिनकी खुद की हैसियत एक साधारण आम इंसान से ज्यादा कुछ नहीं है,वो सोशल मीडिया में मोदी के आलोचकों के ख़िलाफ़ ऐसी भाषा का उपयोग करते हैं,जैसे मोदी राजनेता न हुए,इनके पिता हो गए।

सोशल मीडिया में माँ बहन की गालियाँ देने वाले,औरतों के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करने वाले,हिन्दू मुसलमानों के बीच जहर फैलाने वाले ये सब के सब भाजपा समर्थक लोग हैं और आश्चर्य की बात ये है कि ऐसा कहने वाले कई भाजपा समर्थक अच्छे खासे पढ़े लिखे,ऊँचे ओहदे पर बैठे हुए और साठ की उम्र पार कर चुके लोग भी हैं।

विश्व के किसी भी देश में राजनीतिक दलों के लिए आम लोगों को ऐसी सीमाएं लाँघते नहीं देखा जा सकता किन्तु भारत देश में ऐसा होना आम बात हो गई है।

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सोशल मीडिया में विचारों को रखते समय इस बात का ध्यान रखें कि राजनीतिक दलों की जीत या हार एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत होती है। काँग्रेस ने 60 साल उसी प्रक्रिया के तहत शासन किया और मोदी भी उसी प्रक्रिया के तहत ही शासन कर रहे हैं।आपके द्वारा की गई बदतमीजी,गाली गलौच इस प्रक्रिया में आपके नेता को नुकसान ही पहुंचाएगी,लाभ नहीं।

जिस काँग्रेस को आज आप गालियाँ देते हो,कभी आपके बाप दादा उसी काँग्रेस की रैलियों में धूल खाते देखे गए थे और जिस भाजपा के लिए आज आप जी जान लगाकर शब्दों की मर्यादाएं भूल रहे हो,उस भाजपा में भी आपकी हैसियत इतनी नहीं है,जितनी आप समझते हो। इसलिए एक भारतीय नागरिक की भांति अपने राजनीतिक विचार रखें,वो भी शालीनता से,संयम से और सलीके से। वरना सोशल मीडिया में आपकी छवि एक गालीबाज गँवार से ज्यादा कुछ नहीं होगी,जिससे मुँह लगना कोई पसंद नहीं करेगा।

भारत माता की जय आपकी गालियों से,बदतमीजियों से नहीं होगी,,बल्कि एक सभ्य इंसान की भांति व्यवहार करने से होगी। (राजेश पटेल के फेसबुक पन्ना से)

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