राहुल गांधी के लोकसभा चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध की मांग वाली याचिका खारिज

इन्दिरा जी और राहुल गाँधी
इन्दिरा जी और राहुल गाँधी

नयी दिल्ली: उच्चतम न्यायालय ने राहुल गांधी की नागरिकता के मुद्दे पर फैसला होने तक उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित करने का केन्द्र और निर्वाचन आयोग को निर्देश देने के लिये दायर याचिका आज खारिज कर दी।

प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने याचिकाकर्ताओं की इस दलील को अस्वीकार कर दिया कि एक फार्म में राहुल गांधी के ब्रिटिश नागरिक होने का कथित रूप से उल्लेख है।

याचिकाकर्ताओं का तर्क था कि 2005-06 में ब्रिटेन की एक कंपनी के वार्षिक डाटा के साथ संलग्न फार्म में राहुल गांधी के ब्रिटिश नागरिक होने का कथित रूप से उल्लेख है।

पीठ ने कहा, ‘‘यदि कोई कंपनी किसी फार्म में उनकी राष्ट्रीयता ब्रिटिश लिख दे तो इससे वह ब्रिटिश नागरिक नहीं बन जाते।’’

बहरहाल, राहुल गांधी के जन्म की गवाह रहीं सेवानिवृत्त नर्स और वायनाड से मतदाता राजम्मा वावथिल ने जोर देकर कहा कि किसी को भी कांग्रेस प्रमुख की नागरिकता पर सवाल नहीं उठाना चाहिए क्योंकि वह उन लोगों में से एक थीं जो दिल्ली के होली फैमिली अस्पताल में 19 जून, 1970 को राहुल के जन्म के दौरान ड्यूटी पर थे. 72 वर्षीय राजम्मा उस वक्त बतौर नर्स प्रशिक्षण ले रही थीं.

उन्होंने कहा कि वह उन लोगों में शुमार थीं जिन्होंने नन्हे राहुल को पहली बार अपने हाथों में उठाया था. वायनाड से वावथिल ने बताया कि मैं खुशनसीब थी क्योंकि नवजात राहुल को अपनी गोद में उठाने वाले लोगों में मैं पहली थी. मैं उनके जन्म की गवाह रही हूं. मैं बेहद उत्साहित थी. इंदिरा गांधी के पोते को देखकर हम सभी बहुत उत्साहित थे.

ये भी पढ़े   #हैप्पीवेलेंटाइनडे : 1996 में 1$=35.43 रुपये था, जब लालू दोषी करार हुए 1$=74.87 रुपये है, यानी 950 करोड़ रुपयेका घोटाला 400 करोड़ रुपये का हो गया

49 साल बाद वह प्यारा बच्चा आज कांग्रेस अध्यक्ष है और वायनाड से चुनाव लड़ रहा है. वावथिल का कहना है कि उन्हें इससे अधिक खुशी नहीं मिल सकती थी. उन्हें आज भी वह दिन अच्छे से याद है. वावथिल ने उस दिन को याद करते हुए बताया कि कैसे जब सोनिया गांधी को प्रसव के लिए ले जाया जा रहा था तब राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी और चाचा संजय गांधी अस्पताल के प्रसव कक्ष के बाहर इंतजार कर रहे थे.

सेवानिवृत्त नर्स ने कहा कि उन्हें राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाने वाले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत से दुख है. वावथिल के अनुसार एक भारतीय नागरिक के तौर पर राहुल गांधी की पहचान पर कोई सवाल नहीं उठा सकता है और उनकी नागरिकता के बारे में स्वामी की शिकायत निराधार है.

राजम्मा के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष की नागरिकता पर सवाल नहीं उठाना चाहिए। उनका दावा है कि वो दिल्ली के उस फैमिली अस्पताल में 1 जून 1970 के दिन ड्यूटी पर थीं, जब राहुल गांधी का जन्म हुआ।

राजम्मा ने कहा- जब राहुल का जन्म हुआ, तब मैं उस अस्पताल में ट्रेनिंग ले रही थी। मैं भाग्यशाली थी क्योंकि मैंने राहुल को पहली बार हाथों में उठाया था। मैं उनके जन्म की गवाह हूं। इंदिरा गांधी के पोते को देखकर हम बहुत उत्साहित थे।

वावथिल ने कहा- भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने राहुल की नागरिकता पर जो शिकायत की वो निराधार है। मैं स्वामी के रवैये से दुखी हूं। कोई भी भारतीय नागरिक के रूप में राहुल गांधी की पहचान पर सवाल नहीं उठा सकता। राहुल के जन्म से जुड़े सभी दस्तावेज अस्पताल में जरूर होंगे।

ये भी पढ़े   दूसरे चरण के लॉकडाउन के लिए दिशा निर्देश जारी, बन्द के दौरान मछली की दुकान खुली रहेगी, फिर नहीं कहेंगे "मोदीजी एंटी बंगाली हैं" 

(भाषा के सौजन्य से। फोटो: रघु राय साहेब का)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here