पटना / दिल्ली : मधुबनी जिले के बेनीपट्टी इलाके में 22-वर्षीय पत्रकार अविनाश झा कहें या बुद्धिनाथ झा का हँसता, खेलता, मुस्कुराता शरीर को इतनी क्रूरता से पार्थिव बनाना अमानवीयता का पराकाष्ठा है। गाँव के, जिले के, प्रदेश के लोग, स्थानीय प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री का कार्यालय इस कदर मूक-बधिर होना बहुत कुछ कहता है। चाहिए तो यह कि प्रदेश के मुख्यमंत्री सम्पूर्ण जांच को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो को सौंप दें क्योंकि सीबीआई कार्यालय में, उच्च अधिकारियों के एक खास वर्ग में चाहे जितनी भी खामियां हैं, भारत के लोगों का विश्वास आज भी सीबीआई पर अटूट है।
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