‘स्वदेशी 5जी मोबाइल संचार सेवाएं’ इस साल के अंत तक प्रारम्भ होने की संभावना: देवुसिंह चौहान

केंद्रीय दूरसंचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान फोटो: पीआईबी

नई दिल्ली: केंद्रीय दूरसंचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने आज कहा कि भारत सरकार स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और विनिर्मित उन्नत दूरसंचार प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दे रही है। परिणामस्वरूप आज देश में एक मजबूत स्वदेशी 5जी मोबाइल संचार इको-सिस्‍टम मौजूद है। इस साल के अंत तक हम देश में 5जी नेटवर्क को शुरू करने के लिए स्वदेशी रूप से विकसित और निर्मित 5जी स्टैक को स्थापित होते हुए देख सकते हैं। हमारे इंजीनियरों ने 5जी मानकों का एक सेट विकसित किया है जो ग्रामीण क्षेत्र में 5जी नेटवर्क के विस्तार में मदद करेगा।

एशिया और ओशिनिया क्षेत्र के लिए अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ के क्षेत्रीय मानकीकरण मंच (आरएसएफ) के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए श्री देवुसिंह चौहान ने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक अत्याधुनिक दूरसंचार सुविधाओं का विस्तार करने और ‘अंत्योदय’ दर्शन के साथ तालमेल स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने डिजिटल डिवाइड से निपटने के लिए एक स्पष्ट रोडमैप निर्धारित किया है इसमें ऑप्टिकल फाइबर को देश के सभी 6 लाख गांवों तक पहुंचाना और सभी गांवों में 4जी मोबाइल संचार को उपलब्‍ध कराना शामिल हैं। उन्होंने प्रतिभागियों को बताया कि लगभग 1,75,000 गांवों में पहले से ही ऑप्टिकल फाइबर उपलब्ध हैं, जबकि लगभग 5,60,000 गांवों में 4जी मोबाइल सुविधाएं मौजूद हैं। कई अरब डॉलर की एक व्यापक योजना बनाई गई है, जो वर्ष 2025 तक सभी छह लाख गांवों में ऑप्टिकल फाइबर और मोबाइल संचार सुविधाएं सुनिश्चित करेगी।

संचार राज्य मंत्री, श्री देवुसिंह चौहान एशिया और ओशिनिया क्षेत्र के लिए आईटीयू के क्षेत्रीय मानकीकरण मंच (आरएसएफ) के उद्घाटन के अवसर पर दीप प्रज्ज्वलित करते हुए। फोटो: पीआईबी

उन्होंने कहा कि दूरसंचार के क्षेत्र में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में तैयार की गई भारत की नीति तीन स्तंभों- “ईज ऑफ डूइंग” उद्योग के लिए; “ईज ऑफ लिविंग” ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों सहित सभी नागरिकों के लिए और “आत्मनिर्भर भारत” पर आधारित है। साथ ही, सरकार स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित उन्नत दूरसंचार प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दे रही है, और इसके चलते भारत में आज एक मजबूत घरेलू 5जी मोबाइल संचार पारिस्थितिकी तंत्र है। हमने पूरी तरह से स्वदेशी 5जी ‘टेस्ट बेड’ विकसित किया है, जो 5जी नेटवर्क तत्वों के परीक्षण की सुविधा देगा। भारत में 5जी नेटवर्क को लागू करने के लिए हमें वर्ष के अंत तक स्वदेशी रूप से विकसित और निर्मित 5जी स्टैक तैयार होने की संभावना है।’’

ये भी पढ़े   75 वें गणतंत्र दिवस पर एक सवाल: क्या 'सरला ग्रेवाल' भाप्रसे को छोड़कर आज़ाद भारत में कोई भी महिला कैबिनेट और गृह सचिव के लायक नहीं हुई?

देवुसिंह चौहान ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान समारोह के एक उत्सव के रूप में संचार मंत्रालय एशिया और ओशिनिया क्षेत्र के लिए अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के क्षेत्रीय मानकीकरण फोरम (आरएसएफ) की मेजबानी कर रहा है। श्री के. राजारमन, सचिव (दूरसंचार), भारत सरकार, श्री मनीष सिन्हा, सदस्य (वित्त) डिजिटल संचार, भारत सरकार, श्री वी.एल. कांथा राव, अपर सचिव (दूरसंचार), भारत सरकार और श्री बिलेल जमौसी, प्रमुख, अध्ययन समूह विभाग, अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) एवं सुश्री अत्सुको ओकुडा, क्षेत्रीय निदेशक, एशिया और प्रशांत के लिए आईटीयू क्षेत्रीय कार्यालय, इस समारोह में शामिल हुए। क्षेत्रीय मानकीकरण फोरम (आरएसएफ) का विषय “दूरसंचार/आईसीटी के नियामक और नीतिगत पहलू” है। इसके बाद 09 अगस्त 2022 से 12 अगस्त 2022 तक अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ-टी अध्ययन समूह 3 क्षेत्रीय समूह एशिया और ओशिनिया (आईटीयू-टी एसजी3आरजी-एओ) की चार दिवसीय बैठक आयोजित की जाएगी।

संचार राज्य मंत्री, श्री देवुसिंह चौहान एशिया और ओशिनिया क्षेत्र के लिए आईटीयू के क्षेत्रीय मानकीकरण मंच (आरएसएफ) के उद्घाटन के अवसर अन्य गणमान्य लोगों के साथ – फोटो: पीआईबी

तेजी से बदलते हुए दूरसंचार/आईसीटी परिदृश्य को बनाए रखने और उसे आगे बढ़ाने में आईटीयू की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए श्री चौहान ने कहा कि आईटीयू सभी हितधारकों के बीच रणनीतिक सहयोग और समझ स्‍थापित करने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भारत का आईटीयू के साथ लंबे समय से जुड़ाव है और हम दूरसंचार परिदृश्य के संबंध में एक समान आदर्शों को साझा करते हैं।ये सुधार स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने, उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने, लिक्विटी बढ़ाने, निवेश को प्रोत्साहित करने और टीएसपी पर नियामक बोझ कम करने में समर्थ हैं। इसके परिणामस्वरूप अभी हाल में देश में 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में 20 बिलियन डॉलर की बोलियां प्राप्त हुई हैं जो भारतीय दूरसंचार उद्योग के विश्वास और भावनाओं को दर्शाती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here