आज़ादी के 34 वें वर्ष में प्रवेश से एक माह पूर्व तत्कालीन बिहार के बिरसा-मुंडा की भूमि पर एक बालक का जन्म होता है। आज़ादी के 74 वे वर्ष में प्रवेश से एक दिन पूर्व वह बालक क्रिकेट की दुनिया में विश्व-पटल पर कभी नहीं मिटने वाला भारत का नाम, अपना नाम, भारतीय क्रिकेट का नाम दर्जकर अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को नमस्कार कर देता है। विश्व के अरबों-खरबों चाहने वाले अन्तःमन से दुःखी तो होते हैं, परन्तु मुस्कुराकर अलविदा भी करते हैं।
नाम है – महेन्द्र सिंह धोनी ‘कागज’ पर और “माही” दर्शकों, चाहने वालों और चाहने वालों के “दिलों” में।
अपनी लाजवाब कप्तानी और ‘फिनिशिंग’ के हुनर से महानतम क्रिकेटरों में शुमार दो बार के विश्व कप विजेता भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। गैर पारंपरिक शैली में कप्तानी और मैच को अंजाम तक ले जाने की कला के साथ भारतीय क्रिकेट के इतिहास के कई सुनहरे अध्याय लिखने वाले 39 वर्ष के धोनी के इस फैसले के साथ ही क्रिकेट के एक युग का भी अंत हो गया ।
कल आज़ादी के ७३ वे वर्ष का अंतिम दिन था। धोनी के संन्यास का एलान करने के कुछ देर बाद ही उनके साथी खिलाड़ी रहे सुरेश रैना ने भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी
कल भारत के सबसे सफल विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी ने इंस्टाग्राम पोस्ट पर यह एलान करते हुए कहा, मेरे करियर में आप सबके प्यार और सहयोग का बहुत-बहुत शुक्रिया। आज शाम 7 बजकर 29 मिनट से आप मुझे रिटायर समझें। धोनी टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके थे और पिछले साल इंग्लैंड में हुए वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों भारत की हार के बाद उन्होंने कोई मैच नहीं खेला था। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरभ गांगुली और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने धोनी को अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
धोनी के आईपीएल के 13वें संस्करण में खेलने की उम्मीद है जिसके लिए वह रांची से चेन्नई पहुंच चुके हैं। चेन्नई में रविवार से चेन्नई सुपरकिंग्स का छह दिन कंडीशनिंग शिविर लगना है। तीन बार के आईपीएल विजेता धोनी चेन्नई टीम के कप्तान हैं। धोनी ने चेन्नई आने से पहले अपने गृहनगर रांची में कोरोना टेस्ट कराया था जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद वह शुक्रवार को चेन्नई के लिए रवाना हुए थे।
बीसीसीआई ने एक बयान में उनके कैरियर की ऐतिहासिक उपलब्धियों का ब्यौरा देते हुए कहा ,‘‘ इस शानदार विरासत को दोहरा पाना मुश्किल होगा ।’’
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने इसे एक युग का अंत बताया है। गांगुली ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा, एक युग का अंत हो गया। वह देश और विश्व क्रिकेट के अनोखे खिलाड़ी रहे हैं। उनके नेतृत्व की बराबरी करना कठिन होगा, खासकर खेल के छोटे प्रारूप में। शुरुआती दौर में एक दिवसीय क्रिकेट में अपनी बल्लेबाजी से उन्होंने पूरे विश्व जगत में अपनी प्रतिभा सामने रखी। हर अच्छी चीज का अंत होता है और यह पूरी तरह से शानदार रहा है। उन्होंने विकेटकीपरों के लिए देश में पहचान बनाने के मानक तय किए हैं। उन्होंने अपने करियर का समापन बिना किसी अफ़सोस के साथ किया। उनका करियर शानदार रहा और मैं उन्हें आगे के जीवन की शुभकामनाएं देता हूं।
‘रांची का यह राजकुमार’ हालांकि क्रिकेट के इतिहास में महानतम खिलाड़ियों में अपना नाम दर्ज करा गया है । भारत के लिये उन्होंने 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी20 मैच खेले । उन्होंने वनडे क्रिकेट में पांचवें से सातवें नंबर के बीच में बल्लेबाजी के बावजूद 50 से अधिक की औसत से 10773 रन बनाये । टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 38 . 09 की औसत से 4876 रन बनाये और भारत को 27 से ज्यादा जीत दिलाई ।
आंकड़ों से हालांकि धोनी के कैरियर ग्राफ को नहीं आंका जा सकता । धोनी की कप्तानी, मैच के हालात को भांपने की क्षमता और विकेट के पीछे जबर्दस्त चुस्ती ने पूरी दुनिया के क्रिकेटप्रेमियों को दीवाना बना दिया था ।
2007 में अपनी कप्तानी में पहला टी-20 विश्व कप जीतने वाले धोनी ने भारत को 28 साल के लम्बे अंतराल के बाद 2011 में एकदिवसीय विश्व चैंपियन बनाया था। भारत ने उनकी कप्तानी में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती है और टीम इंडिया उनकी कप्तानी में टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक भी बनी थी और 600 दिनों तक नंबर एक रही थी। वह आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीतने वाले एकमात्र कप्तान हैं।
इंग्लैंड में पिछले साल हुए वनडे विश्व कप के बाद से ही लगातार धोनी के संन्यास की अटकलें चलती रही थीं लेकिन धोनी ने इन अटकलों पर कभी प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की थी और इस मुद्दे पर लगातार खामोश रहे थे। पिछले महीने सात जुलाई को 39 वर्ष के हुए धोनी ने अपने संन्यास का एलान करने के लिए स्वतंत्रता दिवस का दिन चुना और इंस्टाग्राम पर पोस्ट डालकर सबको चौंका दिया।
माही के नाम से मशहूर धोनी ने मार्च में अपनी टीम चेन्नई सुपर किंग्स के साथ आईपीएल की तैयारियां भी शुरू कर दी थीं लेकिन पहले लॉकडाउन के कारण चेन्नई ने अपना शिविर बंद किया और माही अपने गृहनगर रांची लौट गए थे। आईपीएल के अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो जाने के कारण धोनी के संन्यास को लगातार अटकलें लग रही हैं लेकिन धोनी ने इस मामले में गहन चुप्पी साध रखी थी। आईपीएल का 19 सितम्बर से 10 नवम्बर तक संयुक्त अरब अमीरात में आयोजन होना है और आईपीएल की तैयारियां शुरू होने से पहले ही धोनी ने एलान कर दिया कि अब से उन्हें रिटायर माना जाए।
23 वर्ष की आयु में भारतीय क्रिकेट टीम के लिये पदार्पण करने वाले धोनी आईसीसी की तीनों विश्व प्रतियोगिताएं जीतने वाले दुनिया के एकमात्र कप्तान हैं और भारतीय क्रिकेट को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने का श्रेय उन्हें जाता है। धोनी ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे में मेलबोर्न टेस्ट के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और जनवरी 2017 में उन्होंने विराट कोहली को वनडे और टी-20 की कप्तानी सौंप दी थी
इधर धोनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करने के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से रांची में धोनी के लिए फेयरवेल मैच आयोजित करने की अपील की है। झारखंड के रहने वाले धोनी ने शनिवार की शाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। उनके संन्यास लेने पर राज्य के मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि देश और झारखंड को गर्व और उत्साह के अनेक क्षण देने वाले माही ने आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। हम सबके चहेते झारखंड के लाल माही को नीली जर्सी पहने नहीं देख पाएंगे, पर देशवासियों का दिल अभी भरा नहीं है। ( भाषा / वार्ता )