कोरोना महाशय पहुंचे सर्वोच्च न्यायालय, 44-कर्मचारी हुए संक्रमित अब तक 

सर्वोच्च न्यायालय

नई दिल्ली :  कोरोना-19 वायरस भारत के सर्वोच्च न्यायालय पहुंचा। जानकारी के अनुसार, सर्वोच्च न्यायालय के अब तक चार-दर्जन के करीब कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। परिणामस्वरूप,  सभी न्यायाधीश सोमवार को अपने-अपने घरों से अदालतें लगाए और शीर्ष अदालत की पीठें अपने निर्धारित समय से एक घंटे की देरी से सुनवाई के लिए बैठी।  शीर्ष अदालत में करीब 3,000 कर्मचारी काम कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, पिछले एक हफ्ते में 44 कर्मचारी संक्रमित मिले हैं।

कोविड-19 के मामले बढ़ने के बीच, शीर्ष अदालत ने दो अधिसूचनाएं जारी की हैं। कुछ न्यायाधीश अदालती कार्यवाही के लिए शीर्ष अदालत के परिसर में आ रहे थे वहीं कुछ अन्य न्यायाधीश अब भी अपने-अपने घरों से अदालतें लगा रहे थे। इनमें से एक में कहा गया है कि जो पीठें सुनवाई के लिए साढ़े 10 बजे और 11 बजे बैठती हैं वे सोमवार को अपने निर्धारित समय से एक घंटे की देरी से बैठेंगी। सभी न्यायाधीश अपने-अपने निवास स्थानों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मामले सुनेंगे और इस बीच, अदालती कक्षों के साथ ही समूचे न्यायालय परिसर को संक्रमण मुक्त किया जा रहा है। अन्य अधिसूचना में वकीलों द्वारा अत्यावश्यक मामलों का अदालत आकर उल्लेख करने पर सोमवार से लेकर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है।

सर्वोच्च न्यायालय की सूचना 

बहरहाल, कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक के सर्वाधिक 1,68,912  नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,35,27,717 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार की सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। देश में संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने की दर 90 प्रतिशत से भी कम रह गई है। आंकड़ों में बताया गया है कि देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 12 लाख से अधिक हो गई है तथा 904 और लोगों की मौत होने के बाद संक्रमण से अब तक मारे गए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,70,179 हो गई है।

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संक्रमण के दैनिक मामलों में लगातार 33वें दिन हुई बढ़ोतरी के बीच देश में उपचाराधीन लोगों की संख्या बढ़कर 12,01,009  हो गई है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 8.88  प्रतिशत है, जबकि लोगों के स्वस्थ होने की दर गिरकर 89.86 प्रतिशत रह गई है। देश में सबसे कम 1,35,926 उपचाराधीन मरीज 12 फरवरी को थे और सबसे अधिक 10,17,754 उपचाराधीन मरीज 18 सितंबर 2020 को थे, लेकिन अब उनकी संख्या इस आंकड़े से भी आगे निकल गई है। आंकड़ों के अनुसार, इस बीमारी से अब तक 1,21,56,529, लोग उबर चुके हैं जबकि मृत्यु दर 1.26 प्रतिशत है।

भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे। वैश्विक महामारी के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक, 11 अप्रैल तक  25,78,06,986 नमूनों की जांच की जा चुकी है, जिनमें से 11,80,136  नमूनों की जांच रविवार को की गई।

पिछले 24 घंटे में जिन 904 लोगों की मौत हुई है, उनमें से महाराष्ट्र में 349 लोग, छत्तीसगढ़ में 122 लोग, उत्तर प्रदेश में 67 लोग, पंजाब में 59 लोग, गुजरात में 54 लोग, दिल्ली में 48 लोग, कर्नाटक में 40 लोग, मध्य प्रदेश में 24 लोग, तमिलनाडु में 22 लोग, झारखंड में 21 लोग, केरल एवं हरियाणा में 16-16 लोग और राजस्थान एवं पश्चिम बंगाल में 10-10 लोग हैं। संक्रमण के कारण देश में अब तक कुल 1,70,179 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से महाराष्ट्र में 57,987 लोग, तमिलनाडु में 12,908 लोग, कर्नाटक में 12,889 लोग, दिल्ली में 11,283 लोग, पश्चिम बंगाल में 10,400 लोग, उत्तर प्रदेश में 9,152 लोग, पंजाब में 7,507 लोग और आंध्र प्रदेश में 7,300 लोग मारे गए हैं।

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