मैं सहरसा की बेटी हूँ और ‘बेटी की हार’ कोई बाप-भाई-बहन-चाचा-गोतिया-समाज नहीं देख सकता

आनंद मोहन की पत्नी श्रीमती लवली आनंद
आनंद मोहन की पत्नी श्रीमती लवली आनंद

सहरसा विधानसभा में राजद ने सबसे कद्दावर नेता बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी पूर्व सांसद लवली आनंद को सहरसा विधानसभा से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से विरोधियों की होश उड़ चुकी है। अपनी हार को देखते हुए अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से लोगों के बीच डर और भय जैसा भविष्य दिखाकर कर अपनी जीत सुनिश्चित करने की मनसा में जुटे हुए है।लवली आनंद ने कहा कि सहरसा मेरी जन्म भूमि और कर्म भूमि है, यहां के लोगों के मान सम्मान को थोड़ी सी भी ठेस नहीं पहुंचने दूंगा । सहरसा के विकास के लिए अपनी जान निछावर कर दूंगी। वहीं विपक्षी दल के उम्मीदवार डर दिखाकर जनता को गुमराह करने की भरसक प्रयास कर रही है असफल साबित होंगे विपक्षी उम्मीदवार।जनता बदलाव देखना चाहती और कोशी प्रमंडल मुख्यालय सहरसा का विकास। विकास के मामले में सबसे पिछड़ा जिला सहरसा है। वर्षों से बंद बैजनाथपुर पेपर मिल हो या बंगाली बाजार ऑवरब्रिज और सहरसा की स्वास्थ्य व्यवस्था सब में होगा बदलाव। बस एक बार जनता मौका दे.. कैसे बदलता है सहरसा का इतिहास और विकास।। वह हम करके दिखाएंगे कोई और नहीं ऐसा कहना है उनका। जनता के निर्णय पर टिका है, सहरसा का विकास। अब जनता किसके सर पर रखती है “सहरसा का ताज” अब देखना होगा (तेजस्वी ठाकुर के सहयोग से)

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