भारतीय फिल्म जगत का ‘कैलेंडर’ और ‘पप्पू पेजर’ नहीं रहे, फिल्म जगत में शोक की लहर

सतीश कौशिक नहीं रहे

नई दिल्ली / मुंबई : अचानक आज तड़के देश की राजनीतिक राजधानी दिल्ली और व्यावसायिक शहर मुंबई में शोक की लहार दौड़ गई। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान, दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल महाविद्यालय के पूर्वर्ती छात्र, भारतीय फिल्म जगत का ‘कलेण्डर’ और ‘पप्पू पेजर’ सतीश कौशिक नहीं रहे। कल की ही तो बात है। वे लोगों से मिले, हँसे-हंसाये, रंगारंग हुए और अचानक गुरुग्राम जाते समय ह्रदय की गति रुकने लगी। दर्द हुआ। अपने ड्राइवर को कहा ‘अस्पताल ले चलो’ । अपने मालिक का आदेश पालन करते गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल भी पहुंचे। लेकिन तब तक ‘पटाक्षेप’ हो गया था। साँसे रुक गई थी। ह्रदय के धड़कन बंद हो गए थे और हिंदी कलेण्डर में साल के दूसरे ही दिन अपना नाम मिटाकर सतीश कौशिक अनंत यात्रा पर निकल गए। 

अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर प्रसिद्ध गीतकार एवं लेखक जावेद अख्तर द्वारा सात मार्च को मुंबई में आयोजित वार्षिक होली समारोह की तस्वीरें साझा भी किये थे सतीश कौशिक। वे 66 साल की उम्र में आखिरी सांस लिए। अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि उनका निधन हार्ट अटैक से हुआ है। 

उनके अभिन्न मित्र अनुपम खेर के अनुसार ‘कौशिक दिल्ली में अपने एक दोस्त के घर पर थे, जब उन्होंने बेचैनी होने की शिकायत की। अनुपम खेर ने एक न्यूज एजेंसी से कहा, बेचैनी महसूस होने के बाद उन्होंने चालक से उन्हें अस्पताल ले जाने को कहा। रास्ते में ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा। खेर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करके इसकी जानकारी दी है। उन्होंने सतीश कौशिक के साथ फोटो शेयर कर लिखा – “जानता हूँ मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सच है! सतीश कौशिक के पार्थिव शरीर को फिलहाल दिल्ली के दीनदयाल  हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखा गया है। पोस्टमार्टम के बाद उनके पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपा जाएगा. इसके बाद अंतिम संस्कार के लिए उसे मुंबई ले जाया जायेगा।’

ये भी पढ़े   केंद्रीय मन्त्री रविशंकरजी के लिए 'शाहरुख़ खान बहुत बड़े' हैं, जबकि पटना के धीरेन्द्र जी लिखते हैं: 'आत्महत्या नहीं', सुशांत के निर्वाण को 'महाप्रयाण' कहिये 

जावेद अख्तर ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”गर्मजोशी, प्यार और ह्यूमर से भरपूर सतीश लगभग चालीस साल से मेरे लिए भाई की तरह थे। वह मुझसे बारह साल छोटे थे। सतीश जी, आपकी बारी नहीं थी।”

देश के गृहमंत्री अमित शाह ने भी सतीश कौशिक के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘अभिनेता, निर्देशक और लेखक सतीश कौशिक जी के आकस्मिक निधन से गहरा दुख हुआ। भारतीय सिनेमा में उनके योगदान, उनकी आर्टिस्टिक क्रिएशन और परफॉर्मेंस हमेशा याद की जाएगी। उनके परिवार और करीबियों के प्रति मेरी संवेदना। ओम शांति।”

नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा और फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पूर्व छात्र कौशिक को ‘जाने भी दो यारों’, ‘मिस्टर इंडिया’, ‘दीवाना मस्ताना’ और ‘उड़ता पंजाब’ जैसी फिल्मों में निभाए उनके किरदारों के लिए काफी सराहना मिली। हास्य अभिनेता के तौर पर भी कौशिक ने काफी लोकप्रियता हासिल की। वह एक निर्देशक भी थे, उन्होंने ‘तेरे नाम’, ‘मुझे कुछ कहना है’ जैसी कई फिल्मों का निर्देशन किया। 

उनके निधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर शोक जताया है। मुख्यमंत्री ने लिखा है ‘प्रख्यात अभिनेता एवं फिल्म निर्देशक श्री सतीश कौशिक जी का निधन अत्यंत दुःखद तथा फिल्म जगत की अपूरणीय क्षति है।’

सुभाष घई ने भी सतीश कौशिक की मौत पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, ”यह बहुत ही दुखद है कि हमने अपना एक सबसे अच्छा दोस्त डियर सतीश खो दिया – एक ऐसा व्यक्ति जो हमेशा सबसे खराब संकट में भी हंसता रहा और अपने बुरे वक्त में भी सबके साथ खड़ा रहा। एक महान कलाकार, महान इंसान, बेहतरीन दोस्त. हमें इतनी जल्दी इतनी जल्दी छोड़ गए।”

ये भी पढ़े   केंद्रीय सूचना-प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा: "दादा साहेब फाल्के पुरस्कार 2020 आशा पारेख जी को," राष्ट्रपति पुरस्कार समारोह की अध्यक्षता करेंगी

मधुर भंडारकर ने ट्विटर पर सतीश कौशिक को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, ”मैं अभिनेता-निर्देशक सतीश कौशिक जी के निधन से बहुत स्तब्ध हूं, जो हमेशा जीवंत, ऊर्जावान और जीवन से भरपूर थे, उन्हें फिल्म बिरादरी और लाखों प्रशंसकों द्वारा बहुत याद किया जाएगा, उनके परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।”

अजय देवगन ने एक्टर सतीश कौशिक की मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ”सतीशजी (कौशिक) के निधन की दुखद खबर से नींद खुली। मैंने ऑन और ऑफ स्क्रीन उनके साथ हंसी-मजाक किया है। उनकी उपस्थिति ने एक फ्रेम भर दिया। जिंदगी में भी हम जब भी मिले वो मेरे चेहरे पर मुस्कान ले आए। उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं. RIP सतीश जी।”

कंगना ने ट्वीट किया, इस दुखद खबर के साथ सुबह की शुरुआत हुई। वह मेरी काफी हौसलाअफजाई करते थे… एक बहुत ही सफल अभिनेता और निर्देशक. सतीश कौशिक जी बेहद दयालु और सच्चे इंसान थे। ‘इमरजेंसी’ में उनके साथ करके काफी अच्छा लगा। उनकी कमी हमेशा खलेगी, ओम शांति”

एक एक्टर के रूप में, उन्हें मिस्टर इंडिया में “कैलेंडर” की भूमिका से की थी।  कौशिक बॉलीवुड में कदम रखने से पहले एक थिएटर आर्टिस्ट थे। दीवाना मस्ताना में पप्पू पेजर के रूप में उनकी भूमिकाओं के लिए जाना जाता था।  उन्होंने 1990 में आई सुपरहिट फिल्म ‘राम लखन’ और 1997 में ‘साजन चले ससुराल’ में हास्य भूमिकाओं के लिए फिल्मफेयर अवार्ड जीता था। उन्होंने कुंदन शाह की कॉमेडी क्लासिक जाने भी दो यारों (1983) के लिए डायलॉग भी लिखे थे।  उन्होंने 2003 में आई रोमांटिक- ट्रेजडी फिल्म तेरे नाम का निर्देशन किया था। इसके अलावा उन्होंने ‘हम आपके दिल में रहते हैं’ फिल्म का भी निर्देशन किया था। 

ये भी पढ़े   18वें मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में 'माई मर्करी' का मानना है कि "जब लापरवाह मानवीय खतरों के कारण प्रकृति विनाश के कगार पर हो, तो हम बेचैन नहीं हो सकते"

सतीश कौशिक का जन्म 13 अप्रैल 1956 को महेंद्रगढ़, हरियाणा में हुआ था। उन्होंने 1972 में किरोड़ीमल कॉलेज, दिल्ली से स्नातक किया था। वह नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा और फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पूर्व छात्र थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी शशि और 11 वर्षीय बेटी वंशिका कौशिक हैं। 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here